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1873 सीता नवमी का दिन Ar Ruways, Abu Dhabi, संयुक्त अरब अमीरात के लिए

DeepakDeepak

1873 सीता नवमी

Ar Ruways, संयुक्त अरब अमीरात
सीता नवमी
5वाँ
मई 1873
Monday / सोमवार
सीता नवमी
Sita Navami

सीता नवमी मुहूर्त

सीता नवमी सोमवार, मई 5, 1873 को
सीता नवमी मध्याह्न मुहूर्त - 10:48 ए एम से 01:26 पी एम
अवधि - 02 घण्टे 38 मिनट्स
राम नवमी रविवार, अप्रैल 6, 1873 को
सीता नवमी मध्याह्न का क्षण - 12:07 पी एम
नवमी तिथि प्रारम्भ - मई 05, 1873 को 05:24 ए एम बजे
नवमी तिथि समाप्त - मई 06, 1873 को 07:47 ए एम बजे

टिप्पणी: सभी समय १२-घण्टा प्रारूप में Ar Ruways, संयुक्त अरब अमीरात के स्थानीय समय और डी.एस.टी समायोजित (यदि मान्य है) के साथ दर्शाये गए हैं।
आधी रात के बाद के समय जो आगामि दिन के समय को दर्शाते हैं, आगामि दिन से प्रत्यय कर दर्शाये गए हैं। पञ्चाङ्ग में दिन सूर्योदय से शुरू होता है और पूर्व दिन सूर्योदय के साथ ही समाप्त हो जाता है।

1873 सीता नवमी

सीता नवमी को देवी सीता के जन्म की वर्षगाँठ के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को सीता जयन्ती के नाम से भी जाना जाता है। विवाहित स्त्रियाँ सीता नवमी के दिन व्रत रखती हैं तथा अपने पतियों की दीर्घायु की कामना करती हैं।

सीता जयन्ती वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनायी जाती है। हिन्दु धर्मग्रन्थों के अनुसार, देवी सीता का जन्म मंगलवार के दिन पुष्य नक्षत्र में हुआ था। देवी सीता का विवाह भगवान राम से हुआ था, जिनका जन्म भी चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ था। हिन्दु पञ्चाङ्ग के अनुसार सीता जयन्ती राम नवमी के एक माह उपरान्त आती है।

माता सीता को जानकी के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि वह मिथिला के राजा जनक की दत्तक पुत्री थीं। इसीलिये इस दिन को जानकी नवमी के नाम से भी जाना जाता है। हिन्दु पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब राजा जनक यज्ञ करने हेतु भूमि जोत रहे थे तो उन्हें स्वर्ण मञ्जूषा में एक बच्ची मिली। जमीन जोतते समय भूमि के अन्दर स्वर्ण मञ्जूषा मिली। जोती हुई भूमि को सीता कहा जाता है इसीलिये राजा जनक ने उस बालिका का नाम सीता रख दिया।

Kalash
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